शहर की गंगा–जमुनी तहजीब और सामाजिक समरसता को बनाए रखने की अपील करते हुए, जामा मस्जिद आमला की ओर से सदर जाहिद पटेल ने मंगलवार को, अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ) आमला को एक महत्वपूर्ण ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में हाल ही में हुई दो संवेदनशील घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई और दोषियों पर तुरंत एवं कठोर कार्रवाई की मांग रखी गई।
*विसर्जन जुलूस पर हुए पथराव की निंदा*
समिति ने बताया कि 1 नवंबर 2025 की शाम पीरमजिद चौक पर देवी विसर्जन जुलूस के दौरान, अचानक कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पथराव किया गया, जिससे शहर में तनाव जैसी स्थिति बन सकती थी।
जामा मस्जिद समिति ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि—
> “आमला हमेशा आपसी भाईचारे और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक रहा है। ऐसे माहौल को खराब करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होना आवश्यक है।”
समिति ने प्रशासन से मांग की कि पथराव में शामिल सभी दोषियों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाए ताकि शहर की शांति प्रभावित न हो।
*दिल्ली धमाके की भी कड़ी निंदा*
ज्ञापन में दिल्ली में हुए बम धमाके का उल्लेख करते हुए इसे देश की सुरक्षा पर सीधा हमला बताया गया। समिति ने कहा कि इस तरह की घटनाओं में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
*शांति बनाए रखने की अपील*
समिति ने प्रशासन से आग्रह किया कि शहर की सौहार्दपूर्ण छवि को कायम रखने के लिए असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाए और कानून व्यवस्था मजबूत की जाए।
ज्ञापन की प्रतियां तहसीलदार आमला और थाना प्रभारी आमला को भी सौंप दी गईं।
जामा मस्जिद समिति ने अंत में कहा कि आमला शहर हमेशा भाईचारे, एकता और सभ्यता का उदाहरण रहा है, और इसे बनाए रखने में सभी नागरिकों को अपना योगदान देना चाहिए।
ज्ञापन देने में जामा मस्जिद सदर जाहिद पटेल, शेख आबिद, मोहम्मद आसीफ लंघा, रशीद खान, शेख जुनेद, अतीक खान, सलमान खान, ओर भी लोग शामिल थे।


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